नई दिल्ली. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) केन्द्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में से एक है. यह कौशल विकास एवं उद्यमता मंत्रालय की ओर चलाई जाती है.
PMKVY का उद्देश्य है देश के युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग देना है जिससे उन्हें रोजगार पाने में मदद मिल सके. इसमें ट्रेनिंग की फीस सरकार खुद भुगतान करती है.
सरकार PMKVY के जरिये कम पढ़े लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा ड्राप आउट (बीच में स्कूल छोड़ने वाले) युवाओं को कौशल प्रशिक्षिण देती है. सरकार ने 2020 तक PMKVY के तहत एक करोड़ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है.
कैसे करायें PMKVY में रजिस्ट्रेशन?
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) में आवेदक को अपना नामांकन कराना जरूरी होता है. इसके लिए http://pmkvyofficial.org पर जाकर अपना नाम, पता और ईमेल आदि जानकारी भरनी होती है.
- फार्म भरने के बाद आवेदकर जिस तकनीकी क्षेत्र में ट्रेनिंग करना चाहता है उसे चुनना होगा. इनमें कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग,फर्नीचर और फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, जेम्स एवं ज्वेलरी और लेदर टेक्नोलॉजी जैसे करीब 40 तकनीकी क्षेत्र दिये गए हैं.
- पसंदीदा तकनीकी क्षेत्र के एक अतिरिक्त तकनीकी क्षेत्र का भी चयन करना होगा. ये जानकारियां भरने के बाद अपने ट्रेनिंग सेंटर का चयन करना होगा.
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) की 5 खास बातें?
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के लिए कोई फीस नहीं चुकानी पड़ती है बल्कि बतौर पुरस्कार राशि करीब 8000 रुपये सरकार देती है.
- इस स्कीम में 3 महीने, 6 महीने और 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है. कोर्स पूरा करने के बाद ही सर्टिफिकेट दिया जाएगा. यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य होगा.
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) में ट्रेनिंग करने के बाद सरकार आर्थिक सहायता करने के साथ नौकरी दिलाने में भी मदद करती है. रोजगार मेलों के जरिए सरकार ऐसे युवाओं को नौकरी दिलाने में मदद करती है.
- PMKVY योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जोकि कम पढ़े लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं.
- अपने पाठ्यक्रम के पूरा होने पर आपका SSC द्वारा स्वीकृत मूल्यांकन एजेंसी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा. यदि आप मूल्यांकन पास कर लेते हैं और आपके पास वैध आधार कार्ड है, तोआपको सरकारी प्रमाणपत्र तथा स्किल कार्ड प्राप्त होगा. उम्मीदवार कई बार अपना मूल्यांकन करवा सकते हैं,पर उन्हें हर बार मूल्यांकन शुल्क भरना होगा.